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Friday, June 13, 2025

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डिपोर्ट किए गए लोग डंकी रूट से पहुंचे थे USA

किसी ने 40 लाख, तो किसी ने दिए थे 70 लाख रुपए,

जालंधर का ट्रैवल एजैंट है मास्टर माइंड!

-अमेरिका ने 104 अवैध प्रवासी भारतीयों को जबरन डिपोर्ट कर दिया। अमेरिकी एयरफोर्स का विमान सी-17 ग्लोबमास्टर इन्हें लेकर अमृतसर में एयरफोर्स के एयरबेस पर उतरा। इनमें पंजाब के 30, हरियाणा और गुजरात के 33-33 लोग शामिल हैं।

अमेरिका के इस एक्शन के बाद जालंधर के एक बड़ी इमीग्रेशन कंपनी व ट्रैवल एजैंट की नींद उड़ गई है। क्योंकि जिन अवैध प्रवासी भारतीयों को अमेरिका ने डिपोर्ट किया है, उन्हें डंकी रूट के माध्यम से जालंधर की एक बड़ी इमीग्रेशन कंपनी ने अमिरेका भेजा था। सूत्र बता रहे हैं कि उक्त ट्रैवल एजैंट ने हर व्यक्ति से 40 से 70 लाख रुपए लिए थे। अमेरिका की इस कार्रवाई से डंकी रूट खेल में शामिल एजैंट दुबई भाग गया है।

जालंधर में बस स्टैंड के पास एक बड़ी इमारत में इस डंकी रूट वाले ट्रैवल एजैंट का पूरा अड्डा चलता है। इससे पहले भी इस ट्रैवल एजैंट को पंजाब सरकार ने जांच की थी, लेकिन तब इस पर कोई कार्ऱवाई नहीं की। तब अमिरेका से 200 से ज्यादा लोगों को डिपोर्ट किया गया था।

सूत्र बता रहे हैं कि जालंधर के इस ट्रैवल एजैंट ने बस स्टैंड के बड़ी इमारत बनाकर अपना रैकेट पंजाब, हरियाणा, गुजरात समेत अन्य प्रदेशों में फैलाया। इस ट्रैवल एजैंट ने आगे अपने सब एजैंट रखे और दफ्तर खोले। अफसरों के साथ सांठगांठ करके यह ट्रैवल एजैंट पूरी जहाज बुक करवाकर अमेरिका भेजता था। डंकी रूट के जरिए जहां लोग अमिरेका पहुंचे वहीं, यह ट्रैवल एजेैंट अमीर होता गया।

फिलहाल इस बार व्यापक पैमाने पर अमिरेका में कार्ऱवाई हो रही है। जिससे इस बार जालंधर के इस ट्रैवल एजैंट का बच पाना मुमकिन नहीं दिख रहा है। हालांकि इस ट्रैवल एजैंट के पंजाब से लेकर केंद्र सरकार के कई अफसरों के साथ सीधी सांठगांठ भी बताई जा रही है। लेकिन इस बार भारत की बड़ी बेईज्जती हो गई, जिससे कार्रवाई भी हो सकती है।

उधर, अमृतसर एयरपोर्ट के सुरक्षा अधिकारियों के मुताबिक, अमेरिका से डिपोर्ट होकर आए लोगों का वैरिफिकेशन किया गया। यहां से इमिग्रेशन और कस्टम से क्लियरेंस के बाद पंजाब पुलिस को सौंप दिया गया। करीब साढ़े 3 घंटे बाद US एयरफोर्स विमान वापस लौट गया।

आपको बता दें कि अमेरिका ने कुल 205 अवैध भारतीयों को डिपोर्ट करने के लिए चिह्नित किया है। इन्हें भारत भेजा जाएगा। 186 भारतीयों को डिपोर्ट करने वाली लिस्ट भी सामने आई। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि बाकी बचे लोग कहां हैं और कब डिपोर्ट किए जाएंगे। अमेरिकी इमिग्रेशन एंड कस्टम इन्फोर्समेंट के अनुसार 19 हजार अवैध प्रवासी भारतीय डिपोर्ट होंगे।

अमृतसर एयरपोर्ट पर लाए गए 104 लोगों में कुछ परिवार भी हैं। इसके अलावा 8-10 साल के बच्चे भी शामिल हैं। सुरक्षा अधिकारियों के मुताबिक पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ के लोगों को बाय रोड घर भेजा जाएगा। गुजरात, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश के लोगों को फ्लाइट से घर भेजा जा सकता है।

डंकी लगाकर 10 महीने पहले गए अमेरिका

होशियारपुर निवासी हरविंदर सिंह को भी अमेरिका से डिपोर्ट किया गया है। हरविंदर की पत्नी कुलजिंदर कौर ने बताया कि उसके पति 10 महीने पहले डोंकी के जरिए अमेरिका गए थे। उन्हें आज सुबह ही पता चला कि उन्हें डिपोर्ट किया गया। पहले तो बात उनसे होती थी, लेकिन 15 जनवरी से वह हमारे संपर्क में नहीं थे।

डंकी लगाकर 10 महीने पहले गए अमेरिका

इससे पहले उन्हें सारे रास्ते के वीडियो तक भेजे थे। अमेरिका जाने के लिए उन्होंने 42 लाख का कर्ज लिया था। परिवार में हरविंदर व उसका भाई कमाने वाले है। दोनों ही खेती करते थे। उनकी बेटी 12 साल व बेटा 13 साल है। अमेरिका की सरकार ने बहुत गलत किया है।

अमृतसर के गांव राजताल के रहने वाले 23 साल के आकाशदीप सिंह के पिता स्वर्ण सिंह ने कहा कि बेटे के अमेरिका जाने के सपने को पूरा करने के लिए उन्होंने अपनी 2.5 एकड़ में से 2 एकड़ जमीन बेच दी थी। पंजाब पुलिस से उन्हें बेटे के डिपोर्ट होने का पता चला।

उनके बेटे ने 12वीं पास करने के बाद कनाडा जाने के लिए स्टडी वीजा की कोशिश की, लेकिन वह IELTS में जरूरी बैंड नहीं ला सका। 2 साल के बाद वह दुबई गया। वहां 7 महीने ट्रक पर ड्राइवर रहा। इसके बाद दुबई के एक एजेंट के जरिए 55 लाख में अमेरिका गया। वह 14 दिन पहले ही अमेरिका पहुंचा था।

41 लाख देकर गए थे अमेरिका

मोहाली के डेराबस्सी के गांव जड़ौत का प्रदीप भी अमेरिका से डिपोर्ट किया गया है। जिससे परिवार वाले चिंता में है। उसकी मां ने बताया कि उन्होंने 41 लाख रुपए कर्ज लेकर बेटे को 6 महीने पहले अमेरिका भेजा था।

इसके लिए कुछ पैसे कर्ज पर लिए थे, जबकि अपनी एक एकड़ जमीन भी बेची थी। उम्मीद थी कि इसके विदेश जाने से घर के हालत सुधरेंगे। मगर, सारे सपने मिट्टी में मिल गए हैं। घर की हालत काफी खराब है। विदेश जाने के लिए उसने सारे कागज पूरे किए थे। प्रदीप के पिता पहले ही डिप्रेशन के मरीज है। सब कुछ बर्बाद हो गया।

60 लाख कर्जा लेकर बेटे को विदेश भेजा

अमेरिका से डिपोर्ट हुए लोगों में अमृतसर का एक युवक शामिल है जो इसी साल 23 जनवरी को अमेरिका पहुंचा था। वह राजा ताल गांव का रहने वाला है। बेटे को एयरपोर्ट पर लेने पहुंचे पिता ने कैमरे पर तो बात नहीं की लेकिन उन्होंने ऑफ कैमरा बताया कि 60 लाख कर्जा लेकर बेटे को विदेश भेजा था।

 

हरियाणा के डिपोर्ट लोगों की वैरिफिकेशन करेगी पुलिस

अमेरिका से डिपोर्ट किए गए हरियाणा आने वाले प्रवासियों का पुलिस वेरिफिकेशन किया जाएगा। हरियाणा पुलिस की ओर से संबंधित जिलों के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। यदि किसी प्रवासी का आपराधिक बैकग्राउंड है तो उसे डिटेन कर पूछताछ की जाए। इसके साथ यह भी हिदायत दी गई है कि उसके परिवार की भी जानकारी इकट्‌ठी की जाए

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